केजरीवाल के विवादित बयान, विपक्ष को घेरना के इरादे में खुद का ही बन गया मजाक….

    भारतीय नोटों पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर को छापना शुरू कर दो भारत की अर्थ व्यवस्था मजबूत होती चली जाएगी. हाल ही में ये बयान दिल्ली की सियासत में गूंज रहा है हालांकि आप जानते ही होंगे कि यह बयान किसी और का नहीं बल्कि राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है. जिनका मानना है कि अगर मां लक्ष्मी की तस्वीर नोटों पर आ गई तो अर्थव्यवस्था बेहतर होती चली जाएगी. हालांकि यह बयान राजनीति में जितना तूल पकड़ रहा है. लोगों को उतना ही तर्कहीन भी लग रहा है.

    केजरीवाल का पहला विवादित बयान

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज राजधानी की सत्ता में विराजमान है. 2015 से वह लगातार दिल्ली की सियासत पर राज कर रहे है. लेकिन समय-समय पर उनके कुछ ऐसे बयान सुनने को मिले है जिनका कोई सिर-पैर नहीं था. आज की इस वीडियो में हम आपको केजरीवाल के उन बयानों के बारे में बताएंगे जिनके चलते वह विवादों में घिरे रहे है. केजरीवाल के विवादित बयानों का सिलसिला 2013 से शुरू हुआ जब वह सियासत में आने की तैयारी में थे उस समय वह एक आंदोलनकारी नेता की छवि रखते थे और सबसे कम खर्च में चुनाव लड़ने को लेकर भी चर्चा में बने हुए थे. हालांकि वो बात अलग है उन्होंने अपने आंदोलन में कहा था कि कि वह कभी चुनाव लड़ना ही नहीं चाहते और ना ही कभी राजनीति में आना चाहते थे.

     

     

    दरअसल 2013 में केजरीवाल ने एक बयान दिया जिसने पूरे राजनीति में हलचल मचा दी. उस समय केजरीवाल को चुनाव में कांटे की टक्कर देने के लिए खड़ी थी कांग्रेस पार्टी की कद्दावर नेता और 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित और साथ ही साथ सभी पार्टीयां जनता को लुभाने के लिए कई तरह के प्रलोभन देने की कोशिश कर रही थी जिसे आज मुफ्त की रेबड़ी के नाम से जाना जाता है. उसी पर केजरीवाल ने कहा था कि दूसरी पार्टियां आएंगी आपको लुभाने की कोशिश करेंगी लेकिन आप मना मत करना..ले लेना…लेकिन वोट आम आदमी पार्टी को ही देना. हां वो बात अलग है कि आज उन्हीं रेबड़ीयों के दम पर केजरीवाल खुद सत्ता में विराजमान है.

     

     

    खैर इस बयान का फायदा अरविंद केजरीवाल को 2015 के चुनाव तक मिला उनका यह बयान एक नारे की तरह इस्तेमाल होने लगा. लेकिन केजरीवाल ने इसी विववादित बयान को एक बार फिर दौहराया जब उन्होंने भाजपा और कांग्रेस कार्यकताओं से जनता को पैसे स्वीकार करने को कहा. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के द्वारा जनता को कपड़े और कुछ धनराशि बांटने के कार्य पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे पता चला है कि भाजपा और कांग्रेस के लोग आपके पास पैसा देने के लिए आएंगे। वे पहले से ही कंबल बांट रहे हैं। उनमें से कुछ चावल भी बांट रहे हैं। मैं कहता हूं कि उनसे पैसे लीजिए पर वोट मत दीजिए। अपना वोट केवल आम आदमी पार्टी को दीजिए.

     

     

    केजरीवाल के इस बयान पर उस समय खूब बवाल हुआ था लेकिन फिर भी केजरीवाल को उस चुनाव में जीत हासिल हुई. इसके बाद केजरीवाल 2016 में फिर एक बार अपने विवादित बयान पर घेरे गए जब भारत द्वारा की गई सरजिकल स्ट्राइक को लेकर देश में हर तरफ प्रधानमंत्री की वाहवाही हो रही थी तो केजरीवाल ने एक ट्वीट करके सरजिकल स्ट्राइक के ही सबूत मांग लिए. बस फिर क्या था भाईया. एक बार फिर से केजरीवाल जनता के मजाक का पात्र बन गए. लोगों ने केजरीवाल के memes बनाने शुरू कर दिया. ट्वीटर पर वह लगातार ट्रोल होने लगे. हालांकि इस सब के बाद भी केजरीवाल के विवादित सुर लगातार जारी रहे.

    उन्होंने 2018 में फिर एक बयान दिया और वह सभी के घेरे में आ गए. इस बार गौ माता को लेकर उन्होंने ट्वीट किया और लिखा कि भाजपा चाहती है कि पुलिस और दिल्ली नगर निगम (MCD) को लोगों की सुरक्षा और दिल्ली की सफ़ाई का काम छोड़कर गाय की देखभाल पर लगना चाहिए। क्या दिल्ली के लोग भी यही चाहते हैं?’ केजरीवाल के इस बयान पर भी काफी बवाल हुआ था और यही से उनपर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के आरोप लगने शुरू हो गए. जिसके बाद उन्होंने राम मंदिर को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसपर देशभर में उनकी खिल्ली उड़ी.

     

     

     

    केजरीवाल ने कहा था कि जब उन्होंने अपनी नानी से राम मंदिर को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वह खुश नहीं है. जहां मस्जिद को तोड़कर मंदिर बनाया जाए वहां मेरे राम नहीं बस सकते. इसलिए उन्होंने कहा कि वह राम मंदिर का दौरा कभी नहीं करेंगे. हालांकि वो बात अलग है कि बाद में वह राम मंदिर भी गए और वहां की प्रशंसा भी की. जिसके बाद उनकी जमकर मजाक भी ली गई. इसके बाद केजरीवाल एक बार और चर्चा में आए जब उन्होंने स्वासतिक का अपमान करते हुए एक फोटो अपने ट्वीटर पर शेयर की.

     

     

    उस तस्वीर में स्वासतिक जैसे आकार का एक चित्र आगे भाग रहा था और उसके पीछे एक आदमी झाड़ू लेकर भाग रहा था.इस तस्वीर के वायरल होते ही केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा गया और उनपर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप भी लगाया गया. वहीं हाल ही में भारतीय नोटों को लेकर केजरीवाल के बयान से तो हर कोई ही वाकिफ है. जिसमें केजरीवाल ने दीपावली के ठीख अगले दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर को छापने की बात कह दी. हालांकि वो बात अलग है कि दिल्ली की जनता के साथ-साथ पूरे देश की जनता इस बात का तर्क समझ नहीं आ रहा. तो ये थी मुख्यमंत्री अरविंद के वो सभी विवादित बयान जिन्हें उन्होंने बोला तो विपक्ष को घेरने के लिए लेकिन वह खुद की ट्रोलिंग का शिकार बन बैठे.