सपा के कद्दावर नेता और रामपुर के पूर्व विधायक अजाम खान को न्यायालय द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद से ही राजनीति में बयानबाजी का दौर चल रहा है. सजा के बाद आजम खान की विधानसभा सद्स्यता को रद्द कर दिया है. जिसके बाद राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने विधानसभा को एक पत्र लिखकर बीजेपी के एक नेता पर घेरा था. जिसके बाद पत्र का विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना ने जवाब दिया तो जयंत चौधरी ने एक बार फिर से ट्वीट कर बड़ा बयान दे दिया है.
उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष जी का पत्र प्राप्त हुआ। सदस्यता के प्रश्न पर उन्होंने स्पष्ट किया की सदन के अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होती बल्कि जन प्रतिनिधित्व क़ानून के तहत न्यायालय के द्वारा दण्डित करने पर स्वतः समाप्त होती है। बात साफ़ हो गई!
— Jayant Singh (@jayantrld) November 5, 2022
जयंत चौधरी को जैसे ही विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना ने जवाब भेजा तो जयंत ने तुरंत ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष जी का पत्र प्राप्त हुआ। सदस्यता के प्रश्न पर उन्होंने स्पष्ट किया की सदन के अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होती बल्कि जन प्रतिनिधित्व क़ानून के तहत न्यायालय के द्वारा दण्डित करने पर स्वतः समाप्त होती है। बात साफ़ हो गई ! हालांकि इस ट्वीट के जरिए जयंत चौधरी ने सरकार पर तंज भी कस दिया है.