सूरजकुंड में हो रहे चिंतन शिविर में साइबर अपराध, ड्रग तस्करी, सीमा प्रबंधन,कट्टरपंथ सहित देश की तमाम चुनौतियों पर विचार विमर्श हो रहा है।
अमित शाह के संबोधन से हुई शुरुआत
हरियाणा के सूरजकुंड में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आज है आखरी दिन । पहले दिन गृहमंत्री अमित शाह ने अपने वक्तव्य के साथ इस चिंतन शिविर का आरंभ किया। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशों के गृहमंत्रियों को संबोधित किया है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देश में त्योहार का समय है। देश शांति और सौहार्द से त्योहार मनाए। हर राज्य को दूसरे राज्य से सीखना चाहिए। कानून व्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसका सीधा संबंध राज्य के विकास से है।
कई राज्यों के मुख्यमंत्री ले रहे हैं हिस्सा
सूरजकुंड में हो रहे इस चिंतन शिविर में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री हिस्सा ले रहे हैं। चिंतन शिविर में साइबर अपराध, ड्रग तस्करी, सीमा प्रबंधन,कट्टरपंथ सहित तमाम चुनौतियों पर विचार विमर्श हो रहा है।
विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री मोदी ने किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने है। आने वाले 25 साल देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण का समय है ।ये अमृत पीढ़ी ‘पंच प्राणों’ के संकल्पों को धारण करके बनेगी। संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है लेकिन ये देश की एकता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखना चाहिए। एक दूसरे से प्रेरणा लें और विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति. विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता और नागरिक कर्तव्य, इन पंच प्रणों का महत्व आप सभी भली भांति समझते हैं। ये एक विराट संकल्प है। जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास और सबको सम्मिलित करके ही सिद्ध किया जा सकता है।