उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर मदरसों में चल रहें सर्वे पर लगातार बयानबाजी सामने आ रही है. किसी का कहना है कि सर्वे कराना सही है तो किसी के अनुसार सर्वे कराने से देश में नफरत फैल रही है. इसी बीच यह मुद्दा अब राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है. वहीं अब इस मुद्दे पर बजरंग दल ने भी एंट्री मार ली है.
बजरंग दल ने भरी सभा में किसका उड़ाया मजाक
बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने दारूल उलूम देववृंद की भी मान्यता न होने पर चुटकी लेते हुए कहा है कि इससे यह साबित होता है कि इनकी देश के संविधान में कितनी आस्था है तथा ये लोग नियम कानूनों का कितना पालन कर रहे है।ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा मदरसों का सर्वे कराया जाने के निर्देश दिये थें। जिनमें हजारों की संख्या में बिना मान्यता के ही मदरसे संचलित पाये गये है। जिसमें विश्व प्रसिद्ध एशिया की सबसे बडी संस्था दारूल उलूम भी बिना मान्यता की ही संचलित होना पाई गई है। विकास त्यागी ने कहा है की जो मदरसे बिना मान्यता के संचलित हो रहे है वो पुरी तरह से गैर कानूनी व अवैध है। जिनमें दारूल उलूम भी समलित है। इसलिए इन सभी अवैध मदरसों पर बुलडोजर की कार्यवाही होनी चाहिए। क्योंकि इन अवैध मदरसों की आड में विदेशों से बडे स्तर पर फंडिंग हो रही है जो देश को कमजोर करने व तौडने में लगाई जा रही है। विकास त्यागी ने कहा की दारूल उलूम देववृंद में वृहद निर्माणाधीन पुस्तकालय सहित अन्य भवन तो प्रशासन की बिना अनुमति तथा प्राधिकरण से मानचित्र पास कराये ही निर्णय कराया जा रहा है। इसलिए तत्काल दारूल उलूम सहित सभी अवैध मदरसों पर कार्यवाही होनी चाहिये।