कहते हैं हर चीज का एक समय होता है एक दौर होता है। 45 साल से रामपुर की सीट पर आजम खान का दबदबा रहा है। चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब रामपुर विधानसभा में आजम खान का परिवार उसमें शरीक न हो।
45 साल से रहा है रामपुर में आज़म परिवार का दबदबा
45 साल से रामपुर की सीट पर आजम खान का वर्चस्व रहा है। 45 साल के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब रामपुर विधानसभा में आजम खान का परिवार चुनाव से दूर है और परिवार का एक भी व्यक्ति चुनाव के शामिल नहीं है। रामपुर में आजम खान का दबदबा समाप्त होता दिख रहा है। लोकसभा सीट पर पहले ही भाजपा जीत चुकी है। और अब रामपुर के विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में में आजम खान का परिवार चुनाव में शामिल नहीं है।
हेट स्पीच में दोषी पाए जाने के बाद रद्द हुई विधायकी
दरअसल, कुछ दिनों पहले आजम खानहेट स्पीच मामले में दोषी पाए गए थे। दोषी पाए जाने के बाद अदालत ने रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की विधायकी निरस्त कर दी है। आजम खान की विधानसभा सदस्यता को अदालत से अयोग्य घोषित हो गई। जिसके बाद रामपुर की विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि समाजवादी पार्टी की ओर से उपचुनाव में भी आजम खान के परिवार के किसी सदस्य को उम्मीदवार घोषित किया जाएगा लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह नहीं किया।