प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले आठ साल से जवानों के साथ दिवाली का त्योहार मनाते आ रहे हैं. साल 2014 में ये रिवायत तब शुरू हुई जब मोदी ने पीएम पद संभाला. इस बार छोटी दिवाली के दिन वो अयोध्या थे और लोगों ने सोचा शायद इस बार इस परंपरा टूट जाएगी लेकिन कुछ देर पहले जानकारी मिली है कि पीएम इस बार भी दिवाली जवानों के साथ ही मनाएंगे. पीएम जम्मू-कश्मीर के कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंच चुके हैं और यहीं पर वो जवानों के साथ दिवाली सेलिब्रेट करेंगे. इससे पहले उन्होंने इस तरह से सीमा के अलग-अलग इलाकों में आर्मी के साथ दिवाली मनाई थी.
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के हर कोने में दिवाली पर्व मनाया जा रहा है. कोरोना के बाद ये पहला मौका है जब एक साथ मिलकर इस रोशनी के त्योहार का जश्न मना रहे हैं. पीएम मोदी ने 2014 में पीएम पद संभाला था तब से लगातार वो भारतीय सेना के योद्धाओं के बीच दिवाली मनाते आ रहे हैं. इस बार रविवार तक पुख्ता जानकारी नई मिली थी. ऐसे में कयास ले लगाए जाने लगे कि शायद ये परंपरा इस बार टूटने जा रही है. क्योंकि छोटी दिवाली के दिन पीएम अयोध्या थे. लेकिन आज सुबह पता चला है कि पीएम कश्मीर के द्रास सेक्टर में आर्मी सोल्जर्स के साथ त्योहार मनाएंगे.
2018 में पीएम मोदी ने उत्तराखंड को चुना. इस बार वो उत्तरकाशी में आइटीबीपी के साथ दिवाली मनाई. 2019 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तो 2020 में राजस्थान के जैसलमेर में दिवाली मनाई. 2021 में पीएम मोदी सबसे संवेदनशील इलाके यानी जम्मू कश्मीर के नौशेरा पहुंचे. यहां पर पीएम मोदी जवानों के साथ मिले और यहीं पर दिवाली मनाई. अब इस बार पीएम करगिल के द्रास सेक्टर पहुंच रहे हैं. कारगिल वैसे भी ऐतिहासिक जगह है. यहां पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान फौज के छक्के छुड़ा दिए थे.