स्वस्थ समाज की नींव हैं महिलाएं
नयी सोच समाज को नयी दिशा देने का कार्य करती है, किसी भी समाज या क्षेत्र में बदलाव के लिए एक नयी परिकल्पना बेहद आवश्यक है
और उसी परिकल्पना का नाम है “सोच फाउंडेशन” |
“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः” मनुस्मृति की ये पंक्तियों मानव जीवन के उत्थान की पंक्तियाँ हैं लेकिन जिस भारतवर्ष में ऋषि मुनि, योगी एवं देवताओं ने भी स्त्री को सर्वोपरि माना , उसी भारत वर्ष में स्त्री की अवहेलना की जाती है|
सोच फाउंडेशन का उद्देश्य
सोच फाउंडेशन महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयासरत है, वंचित महिलाओं के लिए बेहतर स्वस्थ एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखती है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयासरत “सोच फाउंडेशन” को दिल्ली प्रदेश के महिला मोर्चा से सम्मानित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी जी एवं वीरेंद्र सचदेवा जी की भी उपस्थिति रही ।