Delhi: दिल्ली स्थित निजामुद्दीन दरगाह में अमरोहा के युवक से मिले मौलाना ने पहले दोस्ती की उसके बाद सरकारी नौकरी व दिल्ली में मकान दिलाने का झांसा दिया और उसको साली से शादी कराने का झांसा देकर उसका और मतांतरण करवा दिया। मौलाना ने युवक का नाम बदल कर मोहम्मद हिलाल रख दिया। मौलाना ने युवक को बेहोश कर खतना उसका खतना कर दिया। उसने करीब 2 साल तक युवक को मदरसा में रखा और उसे 10 हजार रुपये माह खर्च देता रहा। बाद में मामला और विवाद बढ़ने पर युवक ने Delhi निवासी आरोपित मौलाना व उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।
2013 में नौकरी करने के लिए दिल्ली गया था चंद्रशेखर
श्याम सिंह यादव नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला नौगजा यादव गली के निवासी हैं। उनका बेटा चंद्रशेखर यादव सन 2013 में नौकरी करने के लिए Delhi गया था। चंद्रशेखर यादव कभी कभी हजरत निजामुद्दीन दरगाह भी जाता। उसकी मुलाकात मौलाना तुफैल खान से हुई। दोनों के बीच दोस्ती हो जाती है.
2015 मार्च में तुफैल ने चंद्रशेखर का मतांतरण करा दिया और उसका नाम चंद्रशेखर से बदलकर मोहम्मद हिलाल रख दिया। तुफैल ने चंद्रशेखर का मोहम्मद हिलाल के नाम से आधार कार्ड भी बनवाया। उसके बाद तुफैल ने उसे अपने मदरसा में रखा। उसे दीनी तालीम दी और नमाज पढ़ने के तरीके भी बताए।
तुफैल खान और उसकी पत्नी आफरीन के खिलाफ केस दर्ज
दोनों के बीच 2017 में विवाद हो गया। हिलाल ने अमरोहा लौट के फिर से हिंदू धर्म अपनाया। मतांतरण गैंग से बच के वापस निकलने के बाद चंद्रशेखर को कई बार धमकी भी मिली। मौलाना तुफैल के विरुद्ध शिकायत किए जाने की खबर मिली तो चंद्रशेखर ने भी कार्रवाई करने की सोची। उसने मुख्यमंत्री और SP अमरोहा के नाम शिकायत पत्र भेजा। चंद्रशेखर की तहरीर पर तुफैल खान और उसकी पत्नी आफरीन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।