जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें मंगलवार, 21 मार्च को दिल्ली का बजट पेश होने वाला था, मगर आखरी समय में गृह मंत्रालय के तरफ से इसपर रोक लगा दी गयी | सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने LG से दिल्ली सरकार के विज्ञापन के दोगुने बजट और अन्य सवालों पर जवाब माँगा था जिस पर मुख्यमंत्री Kejriwal की तरफ से LG को कोई जवाब नहीं आया था | और यही कारण है की गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस बजट अपनी मुहर नहीं लगाई
Kejriwal ने पीएम मोदी से चिट्ठी लिखकर मांगी मदद
मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर मदद मांगी है | उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा “ प्रधानमंत्री आप दिल्ली के लोगों से नाराज़ क्यों है ? कृपया दिल्ली के लोगों से उनका हक मत छीनिए, बजट मत रोकिए” | उन्होंने प्रधानमंत्री को कहा “ देश के 75 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ दिल्ली के बजट पेश होने से एक दिन पहले गृह मंत्रालय ने इसपर रोक लगायी हो | Kejriwal ने अपने चिट्ठी में उप राज्यपाल LG एवं केंद्र सरकार पे गुंडागर्दी के आरोप भी लगाये |
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गृह मंत्रालय ने 3 ऑब्जरवेशन पर Kejriwal से माँगा था जवाब
गृह मंत्रालय के दिल्ली बजट पर किये ऑब्जरवेशन में उन्होंने Kejriwal से 3 सवालों पर माँगा था जवाब | जिसमे उनका पहला सवाल था “ दिल्ली सरकार अपने बजट का 20% ही राजधानी के बुनयादी ढाँचे के लिए क्यों रखा है ?” | दूसरा सवाल उन्होंने पूछा “दिल्ली सरकार विज्ञापन के लिए हर बार दोगुना बजट क्यों पेश करती है ?” | गृह मंत्रालय ने अपने ऑब्जरवेशन में तीसरा सवाल पूछा “आयुष्मान भारत जैसे हेल्थ एवं वैलनेस केन्द्रिय योजना का लाभ दिल्ली के लोगों को इस बजट में क्यों नहीं मिल रहा ?”
वित्त मंत्रालय ने Kejriwal सरकार पर 3 दिन तक लेटर छुपाने का लगाया आरोप
केंद्रीय वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने Kejriwal सरकार के बजट पर रोक लगने का कारण बताते हुए कहा की 17 मार्च को गृह मंत्रालय ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लेटर भेज कर बजट को मंजूरी देने से मन कर दिया था, मगर दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी ने 3 दिनों तक यह लेटर को छिपाए रखा |