UP Crime News :
UP Crime News: हीरापुर बाजार के अंदर दो बाइक सफर लोगो ने एक छात्रा का ज़ोर से दुप्पट्टा खींच लिया जिसके कारन वह सड़क पर गिर गय। यही पीछे से आ रही मोटरसाइकिल ने उस छात्रा को रोंदिया था। इस मामले के अतिरिक्त तीन आरोपी जेल भेज दिया है लेकिन इसके पीछे और कई नाम सामने आये हैं जो की अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
जिनके नाम सामने आये हैं और दोषी फ़िलहाल पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर है, सीसी टीवी की फुटेज से पहचान की जारी है। शुक्रवार को हंसवर के बहरी एदिलपुर गांव की इंटरमीडिएट कर रही छात्रा रामराजी इंटर कालेज नरायनपुर प्रीतमपुर से छुट्टी के बाद दोपहर साइकिल से घर लौट रही थी।
सीसी टीवी में छात्रा का दुपट्टा खींचने वाले बाइक सवार भागते हुए नज़र आये है। लोगो के कहने के मुताबिक बेटी को रोंदने वाला बाइक सवार उन दोषियों का सागा भाई है। दुपट्टा खींचने वाले दोषी समय से भाग खड़े हुए , पुलिस में तलाश कर रही है, रामपुर के एक शक्श ने बताया की गांव में पुलिस कुछ लोगों की तलाश में आई थी, लेकिन वह मिले नहीं थे।
दो आरोपी किशोरों के पिता की दुकान अब बंद हो गई है।
जेल में बंद दो युवकों के पिता जमाल की हीरापुर बाजार में मोटरसाइकिल बनाने की दुकान है। घटना के बाद कारोबार बंद कर दिया गया है। उसका कहीं पता नहीं था, यहां तक कि घर पर भी नहीं। वह सात बेटों और तीन बेटियों के पिता हैं। जेल की सजा पाने वाले दोनों किशोर सबसे बड़े थे, जो दुकान में मदद करते थे। घर में मिली महिलाओं ने जमाल के बारे में कुछ भी जानने से इनकार कर दिया।
हीरापुर में पीएसी तैनात है।
छात्र की मौत वाले स्थान हीरापुर बाजार में पूरी तरह शांति है. सुरक्षा प्रक्रियाओं के तहत पीएसी अधिकारियों को बाजार में तैनात किया गया है। पुलिस गांव से लेकर घटना स्थल तक के इलाके पर भी नजर रख रही है.
छात्र के माता-पिता को आश्वासन दिया कि सख्त कदम उठाए जाएंगे
सोमवार को उपजिलाधिकारी सचिन यादव, सीओ संजयनाथ तिवारी व बरही थानाध्यक्ष अरुण कुमार सरोज एदिलपुर गांव पहुंचे। मैंने छात्र के पिता सभाजीत वर्मा और परिवार के अन्य सदस्यों से बात की. उन्होंने छात्र की मौत पर संवेदना व्यक्त की और परिवार को आश्वासन दिया कि आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी।
कतार में एंटी रोमियो यूनिट के एसआई और चार सिपाही
छपरा में दुराचार और मौत ने बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए एंटी रोमियो टीम का गठन किया गया। लेकिन, लापरवाही के कारण जांच में बड़ी चूक हो गई। पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए टीम के उपनिरीक्षकों और हेड कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर दिया।