Nripendra Misra ने बताया 2025 तक के निर्माण कार्य का पूरा मास्टरप्लान
प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव व निर्माण समिति के अध्यक्ष Nripendra Misra ने राम मंदिर निमार्ण कार्य का मास्टरप्लान बताते हुए कहा की राम मंदिर निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाना है. जिसमें से पहला चरण 2023 के अंत तक सफलतापूर्वक पूर्ण हो जायेगा, दूसरा चरण दिसंबर 2024 तक और तीसरा चरण 2025 के अंत तक पूर्ण किया जाएगा।
तीनों चरण के बारे में विस्तार से जानें
हाल ही में प्रेस में बयान देते हुए मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा ने कहा की राम मंदिर का निर्माण कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाना है। पहला चरण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा और दूसरा चरण दिसंबर, 2024 तक, जबकि 2025 में तीसरा चरण यानी पूरा मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। पहले चरण में ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा किये जाने के साथ ही, मंदिर की बाहरी परिधि, तीर्थ सुविधा केंद्र और 2000 से अधिक शौचालय बनाने का काम भी दिसंबर, 2023 तक पहले चरण में पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद दूसरे चरण में फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर के निर्माण कार्य को पूरा किया जायेगा और फिर 2025 तक मंदिर का तीसरा यानी आखिरी चरण पूरा होकर भव्य राम मंदिर तैयार हो जायेगा।
कमल के फूल में विराजित होंगे रामलला
अयोध्या नगरी में बन रहे भव्य राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर ही गर्भगृह है, जहां पर रामलला की 51 इंच की मूर्ति विराजमान की जाएगी। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि रामलला की मूर्ति को कमल के फूल में स्थापित किया जाएगा। जो मूर्ति स्थापित की जाएगी उसमें रामलला 4 से 5 साल की उम्र के नजर आएंगे। मूर्ति में रामलला की खड़ी हुई मुद्रा में नजर आएंगे। इस पूरे स्ट्रक्चर की ऊंचाई 8 फीट होगी। मूर्ति को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे सूरज की रोशनी सीधे रामलला के माथे पर पड़े। इसके लिए विशेषज्ञों ने खास रिसर्च की है और 19 सालों तक सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति को ध्यान में रखते हुए यह डिजाइन फाइनल किया गया है। यह काम सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट और पुणे में एस्ट्रोनॉटिकल इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों द्वारा काम किया जा रहा है।
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Nripendra Misra ने युवाओं से की अपील
यही नहीं प्रेस में बयाना देते हुए उन्होंने युवाओं को सन्देश देते हुए कहा कि “30-45 साल की उम्र की जेनरेशन इस बात को लेकर काफी गंभीर है कि भारत को एक बड़ी शक्ति बनना चाहिए। युवाओं को देश पर गर्व है और मंदिर के निर्माण और इसके महत्व के साथ उन्हें देश पर गर्व करने की एक और वजह मिलेगी।”