Tipu Sultan को लेकर कर्नाटक में छिड़ी जबानी जंग, बीजेपी ने कहा स्वतंत्रता सेनानी नही थे Tipu Sultan

     

    जानें क्या है पूरी खबर

    आपको पता ही होगा की इन दिनों कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों को मद्देनजर रखते वहां की राजनीति तूल पकड़ रही है। इसी कडी में अब 18वीं सदी के मैसूर Tipu Sultan शासक पर जबानी जंग शुरू हो गई है।

     

    Tipu Sultan की मौत को लेकर किया दावा

    दरअसल आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कुछ दिन पहले ही प्रदेश में Tipu Sultan par जमकर बहस छिड़ी हुई है। दरअसल टीपू सुल्तान पर बोलते हुए बीजेपी ने दावा किया है की Tipu Sultan की हत्या ब्रिटिश और मराठा सेनाओं ने नहीं बल्कि वोक्कालीगा समुदाय के दो नेताओं द्वारा की गई थी। अगर बात करें इस दावे की तो आपको बता दें हाल ही में मैसूर में आयोजित एक नाट्य कार्यक्रम “टीपू निंजा कनसुगलू” के दौरान यह दावा किया था की टीपू सुल्तान को वोक्कालीगा प्रमुख उरी गौड़ा और नांजे गौड़ा द्वारा मारा गया था।

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    उच्च शिक्षा मंत्री ने Tipu Sultan को लेकर फरवरी में उठाया था सवाल

    दरअसल इस साल फरवरी से ही Tipu Sultaan को लेकर प्रदेश में हलचल काफी जायदा देखी गई है। और ऐसा ही एक मामला सामने आया फरवरी में जब उच्च शिक्षा मंत्री नारायण ने फरवरी में मांड्या में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था की “आपको टीपू सुल्तान चाहिए या वीर सावरकर” ? , “इस Tipu Sultan को हमें कहां भेज देना चाहिए, जो नांजे गौड़ा ने किया आप सभी को याद है ना हमें भी सिद्धारमैया को ऐसे ही खत्म कर देना चहिए।

     

    Tipu Sultan की मौत

    20 नवंबर 1750 में कर्नाटक के देवनाहल्ली में जन्में सुलतान फतेह अली खान, ‘टीपू सुलतान’ के मौत के बारे में इन दिनों काफी विवाद हो रहा है एक तरफ बीजेपी द्वारा उनकी मौत को वोक्कालीगा समुदाय के दो नेताओं द्वारा मारा जाना बताया जा रहा है तो वहीं कुछ लोग अभी भी कह रहे हैं है की उनकी मौत अंग्रेजों से मुकाबला करते हुए, श्रीरंगपट्टनम की रक्षा करते हुए 4 मई 1799 को अपने प्राणों की आहुति दे दी।