सीधी जिले में ट्रेनिंग व जागरूकता के नाम पर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। बहरी तहसील के नकझर गांव में शुक्रवार को रिपलेक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम का शिविर लगाया गया। इसके लिए एक पंडाल लगाया गया था। इसमें महिला सशक्तिकरण और कुपोषण मिटाओ के पोस्टर लगाए थे।
ग्रामीणों से बोले- ईसाई बनोगे तो बीमार नहीं पड़ोगे
सीधी जिले में ट्रेनिंग व जागरूकता के नाम पर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। बहरी तहसील के नकझर गांव में शुक्रवार को रिपलेक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम का शिविर लगाया गया। इसके लिए एक पंडाल लगाया गया था। इसमें महिला सशक्तिकरण और कुपोषण मिटाओ के पोस्टर लगाए थे। इसमें 100 से ज्यादा महिलाएं और पुरुष पहुंचे थे। कार्यक्रम में लोगों को जानकारी देने के लिए पांच लोग यहां पहुंचे थे। उन्होंने लोगों से कहा कि आप जंगल से लगे क्षेत्र में रहते हैं। यहां भूत-प्रेत और रोग आपको परेशान करते हैं। आप ईसाई बन जाएंगे तो कभी बीमार नहीं होंगे। भूत-प्रेत और जादू-टोने से भी वे बच जाएंगे। शिविर में मौजूद कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। 15 से 20 लोग शिविर छोड़कर चले गए।
विनोद पांडे ने बताया कि यहां Abundant life welfare society के द्वारा आयोजन किया जा रहा था। रिपलेक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत यह आयोजन की शुरुआत की जा रही थी। उन्होंने बैनर पोस्टर में कुपोषण मिटाओ सहित कई तरह के पोस्टर भी लगाए हुए थे। जब हमने आकर देखा तो धर्मांतरण का खेल चल रहा था। लोगों से भूत-प्रेत भगाने, बीमारी मिटाने के नाम पर ग्रामीणों को ईसाई बनने के लिए बरगला रहे थे। उनके धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया कराने वाले थे। हमने पूछताछ कर इस आयोजन को रुकवाया, आरोपियों से पूछताछ की तो वे एक घर में घुस गए। बार-बार बुलाने पर भी नहीं आए। पुलिस को बुलाकर आरोपियों को उनके सुपुर्द कर दिया।