New Parliament Building कंट्रोवर्सी
बता दें की New Parliament Building पर बीते कुछ दिनों से चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच आज एक पीआईएल दायर करके याचिकाकर्ता सी आर जयासुकिन ने पीएम मोदी के हाथों संसद भवन के उद्घाटन का कड़ा विरोध किया है. अपनी याचिका में उन्होंने कहा कि “18 मई को लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन के उद्घाटन के लिए जो निमंत्रण पत्र जारी किया है, वह असंवैधानिक है. सुप्रीम कोर्ट यह निर्देश दे कि उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाया जाए.”
बहिष्कार करने वाली पार्टियों को लेकर क्या बोली सीएम योगी
बता दें की बीते कुछ दिनों से पार्लियामेंट के नई बिल्डिंग के इनॉग्रेशन को लेकर चल रहे विववाद पर आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि “नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर को लेकर की जा रही बयानबाजी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, गैर जिम्मेदाराना और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली है”. अपने बयान को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि “नई संसद भवन अगले 100 वर्ष को ध्यान में रखकर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार की गई है। इस मौके पर भी सभी दलों को शामिल होकर देश के लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए।”
प. नेहरू ने देश से छुपाया समृद्धि का प्रतीक
बता दें कि 28 मई को उद्घाटित किये जाने वाली New Parliament Building में प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास पवित्र सेंगोल (राजदंड) स्थापित करेंगे। दरअसल 14 अगस्त 1947 की रात अंग्रेजों की तरफ से सत्ता हस्तांतरण के रूप में पं. नेहरू को सौंपा था. जिसे अब 75 साल के लम्बे समय के बाद संसद में स्थापित किया जाएगा।