चीतों के बाद अब हाथियों की बारी, मप्र के लिए कर्नाटक से 4 हाथी रवाना

    कर्नाटक के बंदीपुर टाइगर रिजर्व रामपुर हाथी कैंप से 4 हाथियों को लेकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम मंगलवार को मप्र के लिए रवाना हो चुकी है। चार दिन में करीब 1600 किमी का रास्ता तय कर हाथी मप्र के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अंजनाढ़ाना कैंप पहुंचेंगे।

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    4 से 5 दिन में पहुंचेंगे हाथी

    कर्नाटक के बंदीपुर टाइगर रिजर्व रामपुर हाथी कैंप से 4 हाथियों को लेकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम मंगलवार को मप्र के लिए रवाना हो चुकी है। चार दिन में करीब 1600 किमी का रास्ता तय कर हाथी मप्र के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अंजनाढ़ाना कैंप पहुंचेंगे। मैसूर, बैंगलूर, नागपुर के रास्ते हाथी ट्रक से 2 या 3 दिसंबर तक एसटीआर में पहुंचेगे।

    अफ्रीकन चीतों के मप्र में कर्नाटक से 15 हाथी आने है। पेंच टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में यह हाथी आने है। पहले चरण में 4 हाथी एसटीआर में आ रहे है। हाथी लाने सोमवार को एसटीआर की टीम बंदीपुर पार्क में पहुंच गई थी। पार्क प्रबंधन ने सभी हाथियों को एकत्र किया। एसटीआर की टीम ने 4 हाथियों को चुना है। जिसमें दो मेल और दो फिमेल हाथी है। जिनके नाम कृष्णा, गजा, पूजा , मारिसा है। एसटीआर टीम के फिल्ड डाॅयरेक्टर एल कृष्णमूर्ति, डॉक्टर गुरुदत्त शर्मा, पन्ना के डॉक्टर संजीव गुप्ता, पिपरिया डिप्टी डॉयरेक्टर आशीष कुबराबड़े, रेंजर आरपी पाठक की टीम हाथी लेने कर्नाटक गई है। मेडिकल समेत तमाम तरह की जांच होने के बाद चारों को ट्रक में रखकर मंगलवार दोपहर टीम रवाना हुई। ट्रक में रखकर हाथी लाये जा रहे है।