Nepal में सत्तारूढ़ गठबंधन ने 172 वोटों से अपने नाम किया फ्लोर टेस्ट

    Table of Contents

    जानें पूरी खबर

     

    आपको बता दें Nepal सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता और वर्तमान प्रधानमंत्री पुष्प कमल प्रचंड ने आज संसद में विश्वास मत में जीत हासिल की है। फ्लोर टेस्ट में मौजूद 265 सांसदों में से प्रचंड के गठबंधन को 172 वोट मिले वहीं दूसरी तरफ विरोध में 89 वोट पड़े और 1 सांसद वोटिंग में सम्मिलित नहीं हुए।

     

    Nepal के पीएम की पार्टी के नाम कितनी सीटें?

    आपको बता दे आज के हुए इस फ्लोर टेस्ट में Nepal के पीएम पुष्प कमल प्रचंड की पार्टी सीपीएन की झोली में 32 सीटें आई और बाकी की 140सीटें सहियोगी पार्टी की झोली में आईं। दरअसल पीएम प्रचंड ने केपी ओली की पार्टी के साथ ही कई अन्य छोटे दलों को मिलाकर सरकार बनाई थी। लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान पीएम प्रचंड ने केपी ओली की जगह नेपाल कांग्रेस के उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया जिससे नाराज होकर ओली ने सीपीएन से गठबंधन तोड़ लिया था।

     

    Read More: SIDHU MOOSE WALA की बरसी में लगे खालिस्तान के समर्थन में नारे

     

    Nepal के पीएम इस दिन करेंगे कैबिनेट विस्तार

    निश्चित तौर पर ओली की पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद सीपीएन और नेपाल कांग्रेस Nepal का सबसे बड़ा गठबंधन है। इसके साथ ही आज फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल करने के बाद और ओली की पार्टी के गठबंधन तोड़ने के बाद कई मंत्रियों का भी बदला जाना तय है। जिसको लेकर फ्लोर टेस्ट के दौरान ही पीएम प्रचंड ने बताया था की 24 मार्च को कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा।

     

    Nepal में क्यों छिड़ी सियासी जंग

    दरअसल आपको बता दें की पीएम प्रचंड की अगुवाई में Nepal में सीपीएन और यूएमएल के मुखिया के बीच ढाई ढाई साल प्रधानमंत्री के गद्दी पर बैठने की बात की गई थी। हालांकि मात्र दो महीने तक किसी तरह से सरकार चली फिर 9 मार्च को राष्ट्रपति चुनाव में प्रचंड ने गठबंधन सरकार के प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट का समर्थन करने के बजाय विपक्षी पार्टी नेपाल कांग्रेस के कैंडिडेट रामचंद्र पौडेल को समर्थन दे दिया। प्रचंड के इस फैसले से ओली की पार्टी भड़क गई और सीपीएन से गठबंधन तोड़ लिया।