जानें क्या है पूरी खबर
आपको बता दें इसी साल करीबन मई तक Karnataka Vidhan Sabha Chunav होना है। ऐसे में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा ओबीसी मुसलमानों के लिए दिए जा रहे 4% आरक्षण को खत्म कर उसे वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों में बांट दिया है। हालांकि अभी भी प्रदेश में ईडब्ल्यूएस कोट के तहत मुस्लिमों को आरक्षण मिलता रहेगा।
Karnataka Vidhan Sabha Chunav के महीनेभर पहले मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणा
जी हां आपको बता दें कल कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा एक बड़ा फैला लिया गया है। दरअसल कल रात मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा की विधानसभा चुनाव के महीने भर पहले हमने कुछ बड़े निर्णय लिए हैं, जिसके अंतर्गत कैबिनेट कमेटी द्वारा दिए गए कोटा कैटेगरी में बदलाव सुझाव को मान लिया गया है। इस पहले के बाद वोक्कालिगा के लिए कोटा 4% से बढ़ाकर 6 प्रतिशतकार दिया गया है वहीं दूसरी तरफ वीरशैवो और अन्य लिंगायत श्रेणियों के लिए कोटा 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है। यही नही सीएम बसवराज बोम्मई ने आगे बताया की मुस्लिम समुदायों को अब ईडब्ल्यूएस कोट के अंतर्गत आरक्षण मिलेगा।
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Karnataka Vidhan Sabha Chunav से पहले कर्नाटक में आरक्षण 50 प्रतिशत के पार
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट के अनुसार राज्य में रिजर्वेशन प्रतिशत को 50 प्रतिशत tay किया गया लेकिन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा लिए गए इन फैसलों के कारण कर्नाटक में राज्य आरक्षण की सीमा 56 प्रतिशत हो गई है। हालांकि इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में अपील के बाद सुनवाई होनी है।
Karnataka Vidhan Sabha Chunav से पहले क्यों लिया गया ये फैसला
आपको बता दें इस साल प्रदेश में महिनेभर के अंदर ही विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर सभी पार्टियां अपना पूरा दमखम झोंक रही हैं। इसी कड़ी में बसवराज बोम्मई ने साउथ कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय और सेंट्रल कर्नाटक में लिन्यागतों के वर्चस्व को भांपते हुए इनके कोटा प्रतिशतों में 4% की वृद्धि की घोषणा की है।