शहर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने जा रहे दो बड़े इवेंट तीन दिनी प्रवासी भारतीय सम्मेलन व दो दिनी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की रंगत शहर और आसपास के क्षेत्रों में दिखने लगी है। आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (बीसीसी) तक का क्षेत्र हाई सिक्योरिटी जोन बन गया है। साथ ही पूरा इलाका दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। खास बात यह कि एयरपोर्ट से लेकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, दीनदयाल उपाध्याय चौराहा (बापट चौराहा) व आयोजन ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर तक 20 किमी से ज्यादा का यह मार्ग मोदीमय हो गया है। इस लंबे रुट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब 60 से ज्यादा बड़े कटऑउट लगाए गए हैं। चूंकि देश-विदेश से जितने भी वीवीआईपी, डेलिगेट्स, ऐंबैस्डर इसी रुट से आएंगे व जाएंगे, इसके चलते मोदी के बड़े होर्डिंग ज्यादा लगाए जा रहे हैं।
चूंकि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया सहित अन्य देशों में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आने का न्योता दे चुके हैं, जिसके चलते पूरी प्रशासनिक मशीनरी दिन-रात तैयारियों में जुटी है। इसमें मोदी के बड़े कट आउट के लिए मेट्रो का रुट चुना गया है। इसके तहत एमआर-10 पर दीनदयाल उपाध्याय चौराहा के पहले से मोदी के कट आउट लगने की शुरुआत हो गई है। अधिकांश स्थानों पर मेट्रो के पिलर्स का उपयोग किया गया जबकि मेट्रो के खास स्थानों पर बड़ा स्ट्रक्चर बनाकर मोदी के कट आउट लगाए गए हैं। संभवत: ये अब तक के सबसे बड़े कट आउट हैं जो करीब 80 फीट तक के हैं। इसी कड़ी में मेट्रो रूट पर और भी बड़े स्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं वहां भी मोदी के कट आउट लगाए जाएंगे।
20 किमी से ज्यादा लंबे मार्ग (सुपर कॉरिडोर-एमआर-10) पर दोनों ओर मोदी के अलग-अलग परिधान में कट आउट लगाए गए हैं। चूंकि इस पूरे मार्ग पर दोनों ओर कुछ और नहीं है और चौड़ा मार्ग है इसके चलते इंदौर आने वाले वीआईपी की नजर हर 5-7 मििनट पर मोदी के कट आउट पर ही रहेगी। विशेष यह कि मोदी के कट आउट अलग-अलग तरह की जैकेट, साफे व वेशभूषा में लगाई गए हैं। इसके अलावा सुपर कॉरिडोर का गांधी नगर की ओर का अंतिम छोर जहां खत्म होता है और एयरपोर्ट की ओर रास्ता जाता है, वहां मेट्रो रूट नहीं है लेकिन सड़क के दोनों ओर पेड़ों की टहनियों को काटकर बड़े स्ट्रक्चर बनाकर वहां भी उनके कट आउट लगाए गए हैं।
इस बड़े मार्ग पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 4-6 कट आउट लगाए गए हैं। एमआर-10 ब्रिज, टोल टैक्स के आगे, सुपर कॉरिडोर के मोदी के कट आउट बीच में न होकर दोनों ओर लगाए गए हैं। कुल मिलाकर हर कटऑउट ऐसे स्थान पर लगाए गए हैं कि गुजरने वालों का ध्यान आकृष्ट करते हैं। मार्ग के दोनों ओर प्रवासी भारतीय सम्मेलन की छोटे-छोटे बोर्डस पर ब्रांडिंग की गई है।