गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा होने में अब समय नहीं बचा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश में 14 वीं विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को समाप्त हो रहा है। यहां सभी दल जीत हासिल कर सत्ता पर काबिज होने की पूरी कोशिशों में लगे हैं। भाजपा इसमें एक कदम आगे बढ़कर सक्रिय है।
मोदी फैक्टर होगा अहम
प्रधानमंत्री का कनेक्शन तो इस राज्य से है ही तो स्वाभाविक है कि पार्टी उनकी छवि और नाम पर यहां विधानसभा चुनावों का राजनीतिक खेल अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। चुनाव प्रचार की कमान भी प्रधानमंत्री मोदी ने संभाल रखी है। वो लगातार गुजरात के दौरे कर रहे हैं। इस बार के चुनाव में मोदी फैक्टर मुख्य माना जा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो इस बार भाजपा के तरकश में मोदी नाम का ब्रह्मास्त्र शामिल है।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी मैदान में
प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो के दौरान अच्छी खासी भीड़ गवाह है कि उनके घर गुजरात में उनका जादू अभी भी सिर चढ़कर बोलता है। भले ही सूबे में आम आदमी पार्टी के आने से मामला त्रिकोणीय हो गया हो, लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी से टकराने के मूड में नहीं है, इसलिए उनके निशाने पर भाजपा के स्थानीय नेता है।
पिछले दो दशक ने काबिज है भाजपा
बीते दिनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में डिफेंस एक्सपो में शिरकत कर जनता को संदेश देने का प्रयास किया है। भले ही वो प्रधानमंत्री हो लेकिन गुजरात उनके रगों में बसता है। इसको बेहतर बनाने के लिए वो प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यहां भाजपा गुजरात गौरव यात्रा के जरिए मोदी सरकार की उपलब्धियों से लोगों को रूबरू करा रही है। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संग केंद्रीय मंत्री सहभागिता ले रहे हैं।
इससे यह जताने की कोशिश की जा रही है कि गुजरात भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस राज्य की सत्ता में भाजपा बीते दो दशक से काबिज है और वो ये सिलसिला बरकरार रखना चाहती है। वो किसी भी कीमत पर गुजरात की जनता को खफा नहीं करना चाहेगी।