गुजरात के अहमदाबाद की घाटलोडिया सीट काफी दिलचस्प होती है। इस सीट पर पाटीदार और रबारी समाज का दबदबा माना जाता है। साल 2012 में आनंदीबेन पटेल ने इस सीट से चुनाव लडा था। आनंदीबेन पटेल 1 लाख 54 हजार वोटों के साथ चुनाव जीती गई थी।
इस सीट ने दिए दो मुख्यमंत्री
गुजरात चुनाव के लिए सभी पार्टियां ने अपनी अपनी कमर कस ली है। गुजरात की हॉट सीट घाटलोडिया पर इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। गुजरात की इस विधानसभा सीट ने गुजरात को दो मुख्यमंत्री दिए हैं। इस बार कांग्रेस ने भी इस सीट पर रणनीति बनाई है और कांग्रेस पार्टी की नजर भी इस सीट पर रहेगी।
भाजपा का रहा है दबदबा
गुजरात की घाटलोडिया विधानसभा सीट पाटीदार बाहुल्य इलाका माना जाता है। यहां रबारी समजा का भी दबदबा देखने को मिलता है। वर्ष 2012 में सरखेज विधानसभा सीट के बाद घाटलोडिया सीट बनी थी। यहां पर पिछले दो वर्ष से भाजपा का ही दबदबा रहा है। दोनों बार ये सीट मुख्यमंत्री सीट के लिए भी जानी गई। इस सीट पर साल 2012 में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल चुनाव लड़ीं थी। वह 1 लाख 54 हजार वोटों के साथ विजयी हुईं थी। आनंदीबेन पटेल साल 2016 तक इस गुजरात के सीट से विधायक रहीं थी। साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले आनंदीबेन पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था।
कांग्रेस ने भी इस बार खेला है दांव
वहीं कांग्रेस की बात करें तो इस सीट पर अब तक मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं रही है। 2012 के चुनाव में आनंदीबेन पटेल के सामने चुनाव लड़ने वाले रमेश भाई पटेल को केवल 44 हजार वोट ही मिले थे। जबकि आनंदीबेन पटेल को 1 लाख 54 हजार वोट मिला था। इ साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस के शशिकांत पटेल को 57902 वोट मिले थे जबकि भाजपा के भूपेंद्र पटेल को 175652 वोट मिले थे। हालांकि इस बार कांग्रेस ने इस सीट से राज्यसभा सदस्य अमीबेन याग्निक को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है।