ग्वालियर में बीजेपी की गुटबाजी के कारण मेले का उद्घाटन कार्यक्रम निरस्त हो गया है। आज यानी गुरुवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने वाले थे। इस उद्घाटन में सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने दूरी बना ली थी। इसी गुटबाजी के चलते सिंधिया ने बुधवार रात अपने दौरे और मेले के उद्घाटन को निरस्त कर दिया है।
जिला प्रशासन ने मेले के उद्घाटन की तैयारियों को लेकर मेला प्राधिकरण के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया था। वहीं मेला प्राधिकरण के सचिव का कहना था कि मेला उद्घाटन पांच जनवरी को होने की जानकारी विभाग से उनके पास आ गई है और उन्होंने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सर्दी को देखते हुए इंडोर ऑडिटोरियम में रंगाई-पुताई का काम भी शुरू हो गया है। लेकिन मेले के उद्घाटन से महज कुछ घंटे पहले ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने दौरे को निरस्त कर दिया।
बता दें कि मेले में वाहन बिक्री पर राज्य शासन ने पचास फीसदी रजिस्ट्रेशन फीस माफ करने की छूट देने के आदेश जारी कर दिए हैं। मेले का उद्घाटन आज होना था, लेकिन सत्ताधारी नेताओं की आपस में व्याप्त गुटबाजी के चलते इस पर कोई पहल ही नहीं हो सकी और मेला चालू भी हो गया। इस बीच नेताओं में कलह भी सामने आने लगी। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया को अपना एक टूर प्रोग्राम भेजा, जिसमें पांच जनवरी की शाम को मेले के उद्घाटन का उल्लेख था।
मजेदार बात ये कि इसकी जानकारी मेले के आयोजक उद्योग विभाग के मंत्री को ही नहीं थी। जब पांच जनवरी को मेले के उद्घाटन को लेकर भोपाल में मीडिया ने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी कोई तारीख तय नहीं है, दो जनवरी को फिर उनसे पूछा तो वे बोले अभी राज्य शासन से कोरोना गाइडलाइन को लेकर मार्गदर्शन ले रहे हैं। जबकि यहां प्रशासन ने उद्घाटन की तैयारियां पूरी कर ली थी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा मेले का उद्घाटन होना था।