पिछले बार की तरह इस बार की देव दीपावली भी ख़ास होने वाली है। 8 नवंबर को देव दीपावली देशभर में मनाई जाएगी। इस बार की देव दीपावली वाराणसी के लिए बहुत विशेष रहेगी। वाराणसी में इस बार देव दीपावली पर घाटों को लाखों दीयों से सजाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर को 80 लाख रुपये के फूल से सजाया जाएगा
देश भर में कार्तिक पूर्णिमा के दिन भव्य तरीके से देव दीपावली मनाई जाएगी। इस बार देव दीपावली पर काशी के घाटों पर 10 लाख दीये जलाए जायेंगे। साथ ही साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को 80 लाख रुपये के फूल से सजाया जाएगा। काशी में होने वाली देव दीपावली की खूबसूरती को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की आशा है।
घाट पर बनाई गयी इण्डिया गेट की आकृति
वाराणसी की खूबसूरत देव दीपावली इस बार पूरा भारत देखेगा। दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि इस बार देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की एक अदभुत झलकी देखने को मिलेगी। 51 देव कन्याओं द्वारा माँ गंगा की आरती की होगी। घाट पर इंडिया गेट की अनुकृति बनाई गई है। वायु सेना,थल सेना,जल सेना और NDRF के जवान अमर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। वाराणसी में देव दीपावली की शुरुआत साल 1985 में पंचगंगा घाट से हुई थी।
वाराणसी के सभी होटल लगभग बुक
इसकी शुरुआत पहली बार क्रिकेट खेलने वाले पांच युवकों ने घाट पर दीये जलाकर की थी। धर्मचार्यों के अनुसार देव दीपवाली के दिन स्वर्ग से देवगण काशी आते हैं और गंगा स्नान के बाद दीपावली मानते हैं। कोरोना के बाद मंदी की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग के लिए भी ये सुनहरा अवसर है। इस विशेष मौके के लिए नाव, बजड़ो की बुकिंग लाखों रूपये में हुई है। वाराणसी के सभी होटल और गेस्ट हाउस लगभग बुक हो चुके हैं।