जानें क्या है पूरी खबर
आपको बता दें America के 16वें नंबर के सबसे बड़े बैंक सिलिकॉन वैली बैंक को लगातार घाटे और फंडिंग न मिलने के कारण रेगुलेटर्स ने बंद करने का आदेश दिया है। दरअसल 9 मार्च को America के इस बैंक के शेयरों में 60% तक की गिरावट देखी गई थी जिसके बाद इस बैंक को कारोबार के लिए रोक दिया गया था।
2008 के बाद अब तक का सबसे बड़ा मामला
कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन और इनोवेशन ने अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने का आदेश दिया है। America के इतिहास में इस घटना को 2008 के बाद का सबसे बड़ा वित्तीय संकट माना जा रहा है। दरअसल 29 सितंबर 2008 को America का मार्केट खुलते ही करीब 1.2 लाख करोड़ डॉलर पानी की तरह डूब गए। और आपको जानकर हैरानी होगी की ये रकम उस समय भारत की कुल जीडीपी के बराबर की रकम थी।
Read More: TEJASHWI YADAV आज नौकरी के बदले जमीन घोटाले में सीबीआई के सामने होंगे पेश
कैसे डूबा America का सिलिकॉन वैली बैंक
America का सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने का किस्सा शुरू होता है साल 2021 से। America के इस बैंक के पास 189 अरब डॉलर डिपॉजिट थे जिसमे से उन्होंने आने वाले 2 सालों में कई अरब डॉलर के बॉन्ड खरीद डाले पर उन्हें उचित रिटर्न न मिलने के कारण भारी नुकसान झेलना पड़ा। यहीं नहीं इस बीच फेडरल रिजर्व बैंक ने टेक कंपनियों के ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी। और क्योंकि America के इस बैंक में अधिकतर टेक कंपनियों के पैसे लगे थे और वो बैंक बढ़ते ब्याज दरों के चलते अपने पैसे निकालने लगीं जैक्स चलते बैंक लगातार घाटे में चलने लगी और आज इस बैंक को बंद करने का फैसला लिया गया।
America के इस बैंक के बंद होने से भारत पर भी होगा असर
जी हां आपको बता दें अमेरिका के इस बैंक ने भारत के करीब 21 स्टार्टअप में निवेश कर रखा था ऐसे में ये बैंक बंद होने से भारतीय स्टार्टअप पर अच्छा खासा प्रभाव देखने को मिल सकता है।