राजस्थान में बीजेपी ने 10 जनवरी तक सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जन आक्रोश सभाएं करने का टास्क लिया है। अगले आठ दिन में रोजाना औसत नौ विधानसभा क्षेत्रों में जनाक्रोश सभाएं होंगी और 72 विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ जनता के बीच बीजेपी आवाज़ बुलंद करेगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक लेकर सोमवार दोपहर से लेकर रात तक संगठनात्मक कार्यों की समीक्षा की। साथ ही विधानसभा चुनाव के मिशन 2023 के आगामी कार्यक्रमों की प्लानिंग पर चर्चा की।
प्रदेश पदाधिकारी बैठक में जनाक्रोश यात्रा और जन आक्रोश सभाओं की सफलता और कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। साथ ही आने वाले दिनों में कांग्रेस सरकार के खिलाफ किसान कर्जमाफी, महिला सुरक्षा, पेपर लीक, गैंगस्टर और माफियाओं का बढ़ता आतंक जैसे जनहित के मुद्दों को लेकर विधानसभा सत्र में राज्य सरकार को सदन उर सदन के बाहर घेरने की प्लानिंग पर चर्चा की गई। अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के साथ ही अलग से संघनात्मक चर्चा कर बजट सत्र में सरकार को घेरने के पॉइंट्स तय किए जाएंगे।
अब तक 2.25 करोड़ लोगों से संपर्क किया…
इससे पहले प्रथम चरण में प्रदेश में एक दिसंबर से 14 दिसंबर तक चली जनाक्रोश यात्राओं में चौपाल और नुक्कड़ सभाएं 62 हजार 111 हुईं। डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तौर पर लगभग 2.25 करोड़ लोगों से संपर्क बीजेपी कार्यकर्ताओं-नेताओं ने किया है। 92 लाख आठ हजार से ज़्यादा आरोप पत्र जनता को सरकार के खिलाफ बांटे गए। 14 लाख 51 हजार जन समस्याएं इकट्ठा हुईं हैं।
पूरे प्रदेश में कुल रथयात्रा एक लाख 15 हजार किलोमीटर चली। यह भी तय हुआ है कि कांग्रेस सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मिस्ड कॉल और जनसंपर्क अभियान भी जारी रहेगा। बैठक में प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, सुशील कटारा, भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सीपी जोशी, हेमराज मीणा, मुकेश दाधीच और माधोराम चौधरी मौजूद रहे।