गुजरात के वडोदरा में महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (एमएसयू) परिसर में दो छात्रों द्वारा नमाज अदा करने का एक वीडियो सोमवार को वायरल हो गया. अधिकारियों ने कहा कि वे दोनों छात्रों को सलाह देंगे कि वे भविष्य में शैक्षणिक संस्थान में नमाज अदा करने से परहेज करें. दो दिन पहले एमएसयू परिसर के संस्कृत महाविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर नमाज अदा करते एक दंपति का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में नमाज अदा करने के पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए सोमवार को महाविद्यालय के बाहर उस स्थान पर गंगाजल छिड़का और राम-धुन गाये तथा हनुमान चालीसा का पाठ किया.
एमएसयू परिसर के अंदर सामान्य शिक्षा भवन के पास के ताजा वीडियो में दो युवाओं को नमाज अदा करते हुए देखा जा सकता है. एमएसयू के जनसंपर्क अधिकारी लकुलीश त्रिवेदी ने कहा कि घटना के बारे में पता चलने के बाद विश्वविद्यालय की सतर्कता टीम मौके पर पहुंची और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को बुलाया, क्योंकि इमारत में परीक्षा हो रही थी.
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों बी.कॉम द्वितीय वर्ष के छात्र हैं. उन्होंने परीक्षा के लिए भवन के अंदर जाने से पहले नमाज अदा की. चूंकि उनकी परीक्षाएं हो रही हैं, इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन आगामी दिनों में उन्हें काउंसलिंग के लिए बुलाएगा ताकि उन्हें यह समझाया जा सके कि यह एक शैक्षणिक संस्थान है और उन्हें परिसर में इस तरह की गतिविधियों से बचना चाहिए.’’
इस बीच, शनिवार के वीडियो की जांच से पता चला कि दंपति किसी अन्य जिले के थे और अपने बेटे/बेटी के साथ आए थे, जिन्हें 24 दिसंबर को महाविद्यालय के पास एक अन्य भवन में आयोजित ‘सीसीसी’ परीक्षा में शामिल होना था. त्रिवेदी ने कहा, ‘‘विभिन्न जिलों के लोग यहां आए थे क्योंकि एमएसयू पूरे मध्य गुजरात का एकमात्र केंद्र था. सुरक्षा गार्ड तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्हें कहीं और नमाज अदा करने को कहा. दंपति माफी मांगकर वहां से चला गया.’’
वडोदरा आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस मुद्दे पर कहा कि लोगों को शैक्षणिक परिसरों के अंदर इस तरह की चीजों में शामिल नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘शैक्षणिक संस्थान पवित्र होते हैं और लोगों को यहां ऐसा करने से बचना चाहिए.’’ विहिप के एक नेता ने कहा कि दोनों घटनाओं के पीछे कथित साजिश है. विहिप की वडोदरा इकाई के सचिव विष्णु प्रजापति ने कहा, ‘‘ऐसी घटनाएं सोची समझी साजिश का हिस्सा हैं.
वे (मुस्लिम) ऐसी हरकतें करके हिंदुओं को चुनौती दे रहे हैं. हम उस चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. हम कल विश्वविद्यालय के अधिकारियों को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपेंगे. परिसर में सुरक्षा सख्त की जानी चाहिए.’’