1960 में पाकिस्तानियों की आमदनी इंडियंस से ज्यादा थी, अब परमाणु बम बनाने में आगे, लेकिन खाने के लाले

‘हमने भारत के साथ 3 युद्ध लड़े। इससे लोगों को केवल गरीबी, बेरोजगारी ही मिली। हमने अपना सबक सीख लिया है। हम शांति के साथ रहना चाहते हैं।’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने 16 जनवरी को अरेबिया न्यूज चैनल से इंटरव्यू में ये बात कही। भारत के साथ शांति वाला बयान ऐसे वक्त में आया है जब पाकिस्तान कंगाली की कगार पर खड़ा है। 1947 में भारत-पाकिस्तान ने एक साथ शुरुआत की थी। 1960 में तो पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय भारत से भी ज्यादा थी। फिर आज पाकिस्तान की ये हालत कैसे हुई?

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75 साल में भारत-पाक जर्नी

1960 में पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय भारत से 89 रुपए ज्यादा थी, लेकिन 75 साल बाद भारत इस मामले में पाकिस्तान से काफी आगे निकल गया है। एक तरफ पाकिस्तान कंगाल होने के करीब है तो वहीं दूसरी तरफ भारत दुनिया की 5 बड़े इकोनॉमी में भी शामिल हो गया है। आजादी के वक्त दोनों देशों की इकोनॉमी कृषि पर आधारित थी, जो अब इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर पर ट्रांसफर हो गई है।

अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश है, जिसका रक्षा बजट सबसे ज्यादा है। हालांकि 2022 में भारत ने अपने कुल GDP का 2.4% पैसा रक्षा बजट पर खर्च किया है, जबकि पाकिस्तान अपने कुल GDP का 3.74% रक्षा बजट पर खर्च करता है। 18 मई 1974 को भारत ने पहली बार परमाणु बम का सफल परीक्षण किया था। वहीं पाकिस्तान ने 28 मई 1998 को पहली बार परमाणु बम का परीक्षण किया था। इस वक्त पाकिस्तान के पास 165 परमाणु बम हैं, जबकि भारत के पास 160 परमाणु बम ही हैं।

पाकिस्तान में लोअर मिडिल क्लास और लोअर क्लास के लोगों की परचेजिंग पावर यानी खरीद की क्षमता 30% कम हो गई है। महंगाई लगातार बढ़ती रही और खरीद की क्षमता कम होती रही। इससे मांग कम हो गई और बिजनेस भी चपेट में आ गए। इससे हालात बदतर हो गए। वहीं पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार महज 35 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपए बचा है, जिससे सिर्फ 3 हफ्ते का इम्पोर्ट बिल चुकाया जा सकता है। ये पिछले 9 सालों में सबसे कम है। डॉलर के अभाव में जरूरी वस्तुओं का आयात नहीं हो पा रहा है। आटा, प्याज, जरूरी दवाएं नहीं मिल रही हैं। बैंकों से लेटर ऑफ क्रेडिट न मिलने से हजारों कंटेनर में पोर्ट पर सामग्री अटकी पड़ी है। पोल्ट्री उत्पाद के दाम 45% तक बढ़ गए हैं।

साथ ही पाकिस्तान में टोयोटा, सुजुकी ने कार प्लांट बंद कर दिए हैं। प्रमुख टेक्सटाइल इंडस्ट्री के भी कई प्लांट बंद हो चुके हैं। टोयोटा ने 30 दिसंबर से उत्पादन रोक दिया है। मांग न होने से कार, ट्रैक्टर और फाइबर का उत्पादन बंद है या कटौती की गई है। पाकिस्तान में पिछले साल गर्मियों में आई भीषण बाढ़ से 80% फसलें तबाह हो गईं। इससे खाने के सामानों की कमी हो गई। पाकिस्तान में पिछले 9 महीने से सियासी अस्थिरता है। इमरान सरकार ने जाते-जाते पेट्रोल और डीजल पर सब्सिडी की ऐलान कर दिया था। अब शाहबाज सरकार इसे वापस लेने की हिम्मत नहीं कर पा रही है। सब्सिडी वापस लेते ही दाम बढ़ने से महंगाई विकराल रूप ले लेगी।