सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का पिछड़ों के प्रति व्यवहार सौतेला रहा है। भाजपा समय- समय पर पिछड़ों दलितों के प्रति सौतेला व्यवहार करती रही है। आज पिछड़ों का आरक्षण छीना है। यह धोखा है। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर द्वारा मिला अधिकार छीना जा रहा है।
अन्य संस्थाओं में भी यह हो रहा है। ओबीसी समाज का आरक्षण खत्म करके समाज को सत्ता से बेदखल करने की साजिश की जा रही है। आने वाली नस्लों को पीछे करने कि साजिश है। वह पिछड़ों का वोट चाहती है लेकिन सत्ता में भागीदारी नहीं देना चाहती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकार पिछड़ों के वोट से बनी लेकिन उस समाज के लिए कोई स्थान नहीं है। सपा अब भाजपा के हर षड्यंत्र का विरोध करेगी। अभी पिछड़ों का हक छीना गया है आगे दलितों का अधिकार छीना जाएगा। इससे पहले पुलिस बोर्ड के परिणाम में भी यही किया था। उसमें आरक्षण व्यवस्था में बदलाव किया गया। जिसकी वजह से 1700 दलितों-पिछड़ों को नौकरी से बाहर होना पड़ा। 69000 शिक्षक भर्ती में भी यही हुआ।
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है। पार्टी के लोग सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। भाजपा चुनाव में नहीं जाना चाहती है। मामले को उलझाए रखना चाहती है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग बना था उसे भी सरकार ने खत्म कर दिया।
अयोध्या से आए व्यापारी परेशान
इस दौरान अयोध्या से आए व्यापारियों ने बताया कि भाजपा राज में उनकी दुकान तोड़ दी गई। सब खत्म हो गए हैं। अयोध्या के व्यापारी परेशान हैं। मुआवजा के नाम पर चंद रुपए दिए गए। आरोप लगाया कि विकास के नाम पर विनाश हो रहा है।
अखिलेश की मांग, अयोध्या के व्यापारियों को मुआवजा दे
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या के व्यापारियों को सरकार ने बर्बाद कर दिया है। सरकार से मांग है कि इन्हें मुआवजा दें। आसपास जहां जगह हो इन्हें स्थापित करे। मंदिर के चंदे से भी मदद करें।
अखिलेश यादव ने कहा कि वह 27 जनवरी को अयोध्या जाएंगे और व्यापारियों का नुकसान देखेंगे।
भर्ती घोटाले पर जवाब दे सरकार
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार यूनिवर्सिटी भर्ती और एकेटीयू में हुए घोटाले पर जवाब दे। सरकार ने इन जगहों की भर्ती में भी आरक्षण की अनदेखी की है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि जातीय जनगणना कराएं।