ख़त्म हुआ Wrestlers Protest!
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष सांसद Brij Bhushan Sharan Singh के खिलाफ जारी प्रदर्शन में एक नया हैरतअंगेज मोड़ देखने को मिला है. दरअसल रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने बताया है कि Wrestlers Protest के अगुआ साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट वापस से नौकरी पर लौट आए हैं।
एक तरफ जहां कुछ देर पहले ही दावा किया जा रह था कि नाबालिग महिला पहलवान ने WFI चीफ बृज भूषण शरण सिंह पर लगाए गए आरोपों को वापस ले लिया है वहीं दूसरी तरफ पहलवानों का नौकरी पर वापस लौटना संकेत दे रहा है की 1 महीने से भी अधिक समय से जारी ये प्रदर्शन अब ख़त्म हो रहा है.
नाबालिग महिला पहलवान की पलटी
बता दें कि आज सुबह से मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि नाबालिग महिला पहलवान अपने बयान से पलट गई है। महिला पहलवान ने बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए अपने सभी आरोपों को वापस ले लिया है. दरअसल सूत्रों की मानें तो पहलवान ने पहले दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में जाकर बयान दिया। इसके बाद पुलिस ने पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज कराया। जहां उसने अपने आरोप वापस ले लिए। हालांकि इस खबर की अभी तक पुष्टि नहीं हो पायी है साथ ही नाबालिग पहलवान के पिता ने मिडिया से बातचीत से साफ़ इंकार कर दिया है. ऐसे में सूत्रों की मानें तो जल्द ही एक महीने से भी अधिक समय से जारी इस प्रदर्शन को ख़त्म कर बृजभूषण शरण सिंह पर लगे सभी आरोपों को वापस लिया जा सकता है.
आंदोलन से नाम वापस लेने की खबर पर क्या बोलीं साक्षी
बता दें कि रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा द्वारा पहलवानों के वापस नौकरी पर लौटने की खबर सामने आने के बाद से ही एक खबर सुर्ख़ियों में आ रही थी. इस खबर में बताया जा रहा था की नवकृ पर वापस नौतने के साथ साथ इन पहलवानों ने आंदोलन से भी अपना नाम वापस ले लिया है.
हालांकि महिला पहलवान साक्षी मालिक ने ट्वीट कर इस खबर को गलत बताते हुए लिखा कि “ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।”