Sengol in New Parliament
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नई संसद का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav ने संसद में सेंगोल (Sengol in New Parliament) की मौजूदगी को लेकर बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में सत्ता हस्तांतरण हो सकता है। क्योंकि सेंगोल उसी का प्रतीक है।
सेंगोल सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक: अखिलेश
सेंगोल पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण (एक-हाथ से दूसरे हाथ में जाने) का प्रतीक है। लगता है बीजेपी ने मान लिया है कि अब सत्ता सौंपने का समय आ गया है। साथ ही अखिलेश ने कहा कि बीजेपी आज लोकतंत्र से राजतंत्र की ओर जा रही है।
पीएम मोदी की वाणी में जादू
जहां एक ओर प्रधानमंत्री मोदी की छवि दुनिया सबसे लोकप्रिय नेताओं के रुप में हैं। वहीं अखिलेश यादव सत्ता के हस्तांरण की बात कर रहे हैं। क्या ये संभव हो सकता है? पीएम मोदी चुनाव को काफी गंभीरता से लेते हैं और उसका प्रचार करते हैं। जनता उनके भाषणों से मंत्रमुग्ध हो जाती हैं। प्रधानमंत्री जनता को अपने भाषण से तो अपनी ओर मोड़ लेते हैं। साथ ही वह भारत में किए जा रहे विकास कार्य और सामाजिक कल्याण योजनाओं को लेकर काफी आश्वस्त हैं कि इस चुनाव में क्या होना है?
केंद्र की योजनाओं से लोगों को मिला फायदा!
विपक्ष में जहां सभी पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगा रही है और खुद ही राज्यों के चुनाव में हार जाती हैं। ऐसे में बहुत मुश्किल दिखता है कि विपक्ष एकजुट होकर पीएम मोदी का मुकाबले कर सके। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में ऐसी योजनाएं चला रखी हैं जहां लाभार्थियों को सीधा फायदा पहुंच रहा है। पीएम किसान सम्मान योजना, पीएम आवास योजना, स्वास्थ्य के लिए पांच लाख तक का इलाज मुफ्त ऐसी ही कई योजनाएं हैं, जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है।
नई संसद से विपक्ष नाराज
एक ओर तो पीएम मोदी की लोकप्रियता और दूसरी ओर उनके द्वारा किए गए कार्यों से विपक्ष हिल गया है। वह जब भी कोई अच्छा कार्य करते हैं उसमें भी विपक्ष कोई न कोई खामियां ढूंढ लेता है। ऐसे ही जब देश में नई संसद का उद्घाटन होने जा रहा है। तब विपक्ष उनके खिलाफ मोर्चा खोले बैठा है।