Conversion
धर्मांतरण (Conversion) करने वाली पादरी की पत्नी फरार चल रही थी, लेकिन शुक्रवार को यूपी पुलिस ने हापुड़ से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि धन की पेशकश कर अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लोगों का धर्मपरिवर्तन करवाती थी। इन्हीं आरोपों में पादरी महेंद्र कुमार को भी गिफ्तार किया गया था।
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बैंकों में विदेशों से लेनदेने
मोदीनगर के अपर पुलिस आयुक्त (ACP) ज्ञान प्रकाश राय ने कहा कि पादरी और उसकी पत्नी 10 बैंक खातों को संचालित कर रहे थे। पादरी और उसकी पत्नी के बैंक खातों की जांच पुलिस कर रही है, इस दौरान उन्हें लाखों रुपये और डॉलर के लेन-देन का पता चला। प्रकाश राय ने कहा कि पुलिस ने पादरी और पत्नी के पास से तीन मोबाइल भी जब्त किए हैं और अब फोन की जांच की जा रही है।
100 लोगों का करवा चुके हैं धर्मपरिवर्तन
आरोपी महेंद्र और सीमा पर मोदीनगर गांव शाहजहांपुर में छात्र का धर्मांतरण कराने का केस दर्ज हुआ था। इसके मुख्य आरोपी महेंद्र को तीन पहले गिरफ्तार कर लिया था। दोनों लोगों से पुलिस की पूछताछ में पता चला कि अभी तक वह 100 लोगों को धर्मांतरण करा चुके हैं। बता दें कि सीमा मुंबई भागने की ताक में थी, क्योंकि उसका मईका वहीं पर है। दोनों ने हापुड़ में बैथहलम गोस्पल ट्रस्ट और इसी नाम से चर्च बना रखा है। यहां पर रहने वाले आशीष ने रोहित और उसकी मां कुसुम के धर्मांतरण को लेकर थाने में 23 जुलाई को शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने पादरी को 26 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था।
चेन्नई और मुंबई से भी आया नाम सामने
अब अधिकारियों ने कहा कि चेन्नई और मुंबई से भी एक-एक व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो इस ग्रुप का हिस्सा थे। कुछ ऐसे भी लोग थे जो मोदीनगर में गरीब लोगों पर धर्मांतरण करने का दवाब बना रहे थे। इसके साथ धन की भी पेशकश की गई थी। एसीपी ने कहा कि पादरी के खिलाफ आईपीसी की धारा और धर्मांतरण रोधी कानून से संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।