Noida Airport:
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida Airport) को हाईटेक तकनीक और हजारों मजदूरों की मदद से तेजी से काम किया जा रहा है, मई की इतनी भयंकर गर्मी में भी हजारों श्रमिक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगे हुए हैं। बता दें कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एमेड्यूस कंपनी के साथ समझौते पर साइन किए हैं। एमेड्यूस कंपनी एयरपोर्ट पर सामान मिलान और डिजीयात्रा, चेक-इन और बायोमैट्रिक आदि कार्यों को पूरा करेगी।
समझौते के तहत कंपनी इन कार्यों को करेगी पूरा
एमेड्यूस से करार के तहत कंपनी हवाई अड्डे के लिए क्लाउड-होस्टेड एंड-टू-एंड पीपीएस की डिजाइन, आपूर्ति, कमीशन, संचालन और रखरखाव करेगी। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, यात्रियों को सहजता के साथ स्पर्श बिंदु पर बायोमेट्रिक-आधारित डिजीयात्रा एकीकरण सहित कई स्मार्ट और आधुनिक क्षमताएं भी प्रदान करेगी।
अगले साल हो जाएगा काम पूरा
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है, इस हिसाब से बताया जा है कि अगले साल एयरपोर्ट से फ्लाइट उड़ान भरने के लिए लग जाएगी। नोएडा एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि पीपीएस के लिए एमेड्युस के साथ की गई साझेदारी से यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। यह यात्रियों को विश्व स्तर पर बेहतरीन सुविधा मुहैया कराने में मदद करेगी और इस कंपनी का अनुभव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है।
हवाई अड्डे के विकास में होगी मदद: सैमुअल
सैमुअल ने आगे कहा कि, हम इनोवेटिव क्लाउड, सेल्फ-सर्विस और बायोमेट्रिक तकनीक पर आधारित एंड-टू-एंड एयरपोर्ट यात्रा का समर्थन करने के लिए हरसंभव कार्य कर रहे हैं, जो एक सहज और आरामदेह हवाई अड्डे पर काम कर सके। यह साझेदारी भारतीय बाजार और उससे आगे एमॅड्यूस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो जमीनी स्तर से हवाई अड्डे के विकास में हमारी तकनीक की ताकत का प्रदर्शन करती है।
देश का दूसरा सबसे बड़ा कमर्शियल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
दिल्ली से लगभग 75 किमी दूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतम बौद्ध नगर जिले के जेवर में ग्रीनफील्ड नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा तैयार होने में कुछ ही समय बाकी है। पूरा होने पर भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कमर्शियल उपयोग के लिए दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।