Mukhtar Ansari
उत्तर प्रदेश के अयोध्या से समाजवादी पार्टी (SP) के विधायक अभय सिंह के साले संदीप सिंह के खिलाफ नागालैंड में फर्जी लाइसेंस बनवाने को लेकर एसटीएफ को सबूत मिले हैं। नागालैंड में लाइसेंस तैयार करने के बाद मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के सरकारी विधायक निवास पर भेजे गए थे। मामला यहीं नहीं ठहर, वर्ष 2002 से 2004 तक करीब 28 शस्त्र लाइसेंस बनवाए गए थे। जिसे यूपी के लिए ट्रांसफर किए गए थे।
यूपी एसटीएफ ने संदीप सिंह को किया गिरफ्तार
बीती 27 मई को यूपी एसटीएफ ने शस्त्र लाइसेंस जांच के मामले में सपा विधायक अभय सिंह के साले संदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है। संदीप ने जो नागालैंड से लाइसेंस बनवाए थे, वो असल में उसके नाम पर नहीं थे। बल्कि नागालैंड के मून जिले से बने थे। बता दें कि 7099 नंबर का लाइसेंस Nokyu Ko के नाम से बनवाया था। जिसे संदीप ने माफिया मुख्तार अंसारी के सरकारी विधायक के आवास पर ट्रांसफर कर दिया था।
14 लाइसेंस साल 2016 से पहले ट्रांसफर हुए
बता दें कि वर्तमान समय में नागालैंड से करीब 14 लाइसेंस हैं, जो साल 2016 से पहले यूपी ट्रांसफर करवा दिए गए थे। अब एसटीएफ की टीम इन लाइसेंस की जांच कर रही है। साथ ही दूसरी ओर संदीप के बयान के मुताबिक तीन लोगों को भी रडार पर लिया गया है। अब उनसे एसटीएफ की टीम पूछताछ कर रही है। नागालैंड से फर्जी लाइसेंस के मामले में जांच में जुटी एसटीएफ को अभय सिंह के साथ मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी से जुड़े लोगों के ऐसे ही फर्जी लाइसेंस बनवाने की खबर सामने आई है।
चीफ सेक्रेटरी के आदेश के बाद यूपी ट्रांसफर हुए
संदीप सिंह ने जितने भी लाइसेंस बनवाए हैं, उन्हें नागालैंड के चीफ सेक्रेटरी के आदेश के बाद ही यूपी ट्रांसफर किए गए हैं। वहीं, एसटीएफ की टीम को शक है कि नागालैंड के चीफ सेक्रेटरी का ट्रांसफर लेटर भी फर्जी है। अब इसकी भी जांच करवाई जा रही है। बता दें कि यूपी एसटीएफ संदीप से पहले मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को भी लाइसेंस फर्जीवाड़े में आरोपी बनाया है।