Farrukhabad
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले में एक व्यक्ति ने मस्जिद के इमाम के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उस शख्स ने इमाम पर आरोप लगाया है कि वह जब मस्जिद में केसरिया रंग का कुर्ता पहनकर नमाज पढ़ने गया तो उसे रोक दिया गया और कहा कि इस तरह के कपड़े दोबारा पहनकर मस्जिद में दाखिल मत होना। क्योंकि ये हिंदुओं का रंग है
मुस्लिम राज होता तो तुम्हें इसकी सजा मिलती
आसिफ अली ने कहा कि मस्जिद के इमाम ने यहां तक कह दिया कि अगर मुस्लिम राज होता तो तुम्हें ढंग से समझा दिया जाता। अब आसिफ ने इमाम के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस शिकायत दर्ज करने के बाद मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि मामला फर्रुखाबाद जिले के शमशादबाद थाना क्षेत्र की मस्जिद का है। इमाम की ओर से धमकी मिलने के बाद आसिफ ने कहा कि अल्लाह के दिए हुए सारे रंग हैं, इस रंग में ऐसा क्या है? जिसके लिए मुझे नमाज पढ़ने से मना किया जा रहा है।
इमाम के खिलाफ आसिफ ने मुकदमा दर्ज करवाया
आसिफ अली ने जामा मस्जिद के घटियापुर निवासी इमाम हाफिज पर अब पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, उसका साफ कहना है कि जब वह शुक्रवार की नमाज पढ़कर खड़ा होकर मस्जिद के बाहर जाने लगा तो उसे मस्जिद के इमाम ने रोक लिया। जिसके बाद इमाम ने धमकी भरे लहजे में कहा कि आज के बाद इस रंग का लिबास पहनकर मस्जिद में दाखिल मत होना।
मेरे मौलिक अधिकारों का हनन हुआ: आसिफ
आसिफ अली ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि इमाम ने धार्मिक गतिविधि में शामिल नहीं होने के मेरे मौलिक अधिकारों का हनन किया है। मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित किया और कपड़े के आधार पर मेरे साथ भेदभाव किया है। उन्होंने आगे कहा कि पहले तो पुलिस ने दो दिनों तक मामले को शांत बस्ते में डालकर रखा लेकिन जैसे ही मामला मीडिया की सुर्खियों में आया तो फिर पुलिस को इमाम के खिलाफ केस दर्ज करना पड़ा।