Chief Minister Tourism Fellowship: मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप में 100 शोधार्थियों का होगा चयन, जानिए क्या है इस योजना के मायने?

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Chief Minister Tourism Fellowship

Chief Minister Tourism Fellowship: उत्तर प्रदेश में टूरिज्म ट्रेवल मैनेजमेंट के छात्रों के स्टाइपेन्ड के आधार पर पर्यटन पर अध्ययन कर उसको बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के युवाओं को टूरिज्म नीति, प्रबंधन क्रियान्वयन और सहभागिता का अवसर प्रदान किया जाएगा। साथ ही पर्यटन स्थलों का विकास में क्या महत्व है? केंद्र और राज्यों सरकारों द्वारा योजनाओं का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

टूरिज्म पर समस्त योजनाओं का मूल्यांकन किया जाएगा 

बता दें कि इस योजना के माध्यम से सेलेक्ट विद्यार्थियों को प्रतिमाह 30 हजार रुपये फेलोशिप दी जाएगी। साथ ही शोध कार्य से संबंधित भ्रमण के लिए 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के टूरिस्ट एंड संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्यों सरकारों की टूरिज्म पर समस्त योजनाओं का मूल्यांकन करने के लिए 100 रिसर्चरों का चयन किया जाएगा। इस कार्यों को पूरा करने के लिए शोधार्थियों को जिलाधिकारियों, मंडलायुक्त, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों तथा जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद से समन्वय करते हुए इस कार्य को किया जाएगा।

15 गांवों को चिन्हित कर विकसित किया जाएगा

जयवीर सिंह ने आगे कहा कि टूरिज्म फेलोशिप के अतिरिक्त प्रदेश में गंगा सर्किट को बढ़ावा देने के लिए गंगा किनारों पर स्थित 15 गांवों को चिन्हित किया गया है। इन गांवों को हर स्तर पर विकसित करने के लिए आरएफपी की अपलोड करने की कार्रवाई को प्रगति पर कर दिया गया है। इसके साथ ही इन गांवों को विकास से संबंधित प्रस्तावों को उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।