Ghaziabad News
Ghaziabad News: गाजियाबाद पुलिस ने एक शातिर को गिरफ्तार कर लिया है जो बड़े-बड़े अधिकारियों की फर्जी प्रोफाइल के जरिए लोगों को चूना लगाता था। सिर्फ इतना ही नहीं आरोपी के पास से पुलिस को 35 फर्जी सिम, आधार कार्ड और पैन कार्ड भी मिले हैं। आरोपी का नाम अभिषेक बताया जा रहा और 12वीं कक्षा में पढ़ता है। वैसे अभिषेक मूलरूप से बिहार का रहना वाला है, लेकिन वर्तमान समय में गाजिबाद के थाना वेव सिटी के बम्हेटा गांव रह रहा था।
आरोपी टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ा हुआ था
बता दें कि अभिषेक टेलीग्राम पर एक ऐसे ग्रुप से जुड़ा हुआ था, जहां पर ओटीपी खरीदे और बेचे जाते थे। साथ ही इस ग्रुप में करीब 2600 लोगों जुड़े हुए थे। इस पर वहीं ओटीपी बेचे और खरीदे जाते हैं। जिन्हें सरकार अन्य लोगों से छुपाने के लिए बोलती है। आरोपी फर्जी डॉक्यूमेंट्स के माध्यम से सिम खरीदता था और फ्रॉड करता। पुलिस का माने तो आरोपी ऐसे लोगों को सिम देता था, जो इस फर्जी खेल में शामिल थे।
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डाटा इकट्ठा कर टेलीग्राम पर बेचा करता था
वहीं, गाजिबाद थाने के डीसीपी विवेक कुमार यादव के अनुसार लोगों को डाटा पता लगाकर उन्हें इकट्ठा करके टेलीग्राम ग्रुप में बेच दिया था। पुलिस का कहना है कि अभिषेक भारत सरकार से संबंधित मंत्रालयों के अधिकारियों से फर्जी व्हाट्सएप पर प्रोफाइल बनाकर उनसे संपर्क करता था। उसने अपना व्हाटसप काफी नामी-गिरामी लोगों के नाम से बना रखा था। ताकि किसी भी बड़े अधिकारी को अपने झांसे मे ले सके, हालांकि इस फ्रॉड में कोई भी अधिकारी नहीं फंसा।
कई बैंकों में थे अकाउंट्स
पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो पता चला कि उसके कई बैंक में अकाउंट्स भी हैं, आरोपी ने ओटीपी बेचकर जिन रुपयों को कमाया था। वो सारे पैसे इन्हीं अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। अब पुलिस अपनी छानबीन में ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ओटीपी कैसे हासिल करता था। अब पुलिस को शक है कि उसके संपर्क डार्क वेब से भी हो सकते हैं।