जाने क्या है पूरा किस्सा
माफिया ATIQ AHMED जिसका नाम सुनकर सबके दिल में दहशत हो जाती थी उसके बारे में कोई कुछ बोलने से भी डरता था उसने लोगों के मन में इतना खौफ बना दिया था की कोई उसके खिलाफ बोलने की हिम्मत भी नहीं करता था जब उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार नहीं थी तब वह खुलेआम कत्ल, रंगदारी वसूलना और जमीन हड़प लेना आपको बताते चलें कि अतीक मात्र 17वर्ष की उम्र में सन 1979 में चांद बाबा की हत्या कर चुका था सन 89 में मात्र 27वर्ष की उम्र में अतीक निर्दलीय चुनाव लड़ कर जीत गया ये उसकी लोकप्रियता नही बल्कि आम जनमानस में व्याप्त उसके भय के कारण ही संभव हुआ था| ये सब वह सपा सरकार के समर्थन पाकर कर पाता था| वो एक के बाद एक कुल तीन बार निर्दलीय विधायक बना|
जब उत्तर प्रदेश में आई भाजपा सरकार
आपको बता दें कि उसके बाद समय बदला और 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी जिसके बाद योगी सरकार ने माफियाओं का जीना हराम कर दिया आपको बता दें योगी सरकार में 6 सालों के अंदर उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ है और योगी उत्तर के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बनें है जो लगातार 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें हैं योगी सरकार ने 6 सालों में लगभग 200 माफियायों का एनकाउंटर किया है और 9000 से ज्यादा मुठभेड़ें हुई हैं उसी में माफिया ATIQ AHMED का बेटा अशरद और अतीक के सूटर्स भी शामिल हैं|
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आपको बता दें की अतीक अहमद को उमेश पाल हत्याकांड मामले में उम्रकैद हो गई थी उनको मेडिकल के लिए प्रयागराज अस्पताल लाया था वहीं पर पत्रकार बनें 3 युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक अहमद को मौत के घांट उतार दिया और उसके बाद धार्मिक नारे लगाकर खुद को सेरेंडर कर उसके बाद पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया और पुलिस अब जांच में लगी है कि इसके पीछे किसका हाथ है माफिया ATIQ AHMED के कत्ल हो जाने के बाद लोगो के अंदर से उसकी दहशत खत्म हो गया और जो लोग उसके जुर्म का शिकार हुए है वो अब सामने आकार बोलने लगे हैं|