रिंकू सिलेंडर ढोते थे, झाडू-पोंछे की नौबत भी आई, IPL में 5 छ्क्के जड़ के बने सुपरस्टार RINKU SINGH बोले जिन्होंने मेरे लिए कुर्बानी दी, ये उन्हें समर्पित

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IPL 2023 के बने सुपरस्टार RINKU SINGH उन्होने आखिरी ओवर के 6 गेंदो में दिखाया कमाल आखिरी 6 गेंदे बची थी और 29 रन बनाने का टार्गेट था लगभग नामुमकिन लेकिन फिर रिंकू ने लगातार 5 गेंदो पर पांच छक्के लगा के कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिला दी। और IPL में अपना नाम चमका दिया अब सबकी जुबान पर एक ही नाम निकल रहा है… रिंकू सिंह। आपको बता दें अब तक किसी भी खिलाड़ी ने टी-20 लीग या इंटरनेशनल क्रिकेट के 20वें ओवर में 5 लगातार छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत नहीं दिलाई थी। लेकिन अब एक नाम रिकार्ड में दर्ज हो गया है। इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी 20वें ओवर में 23 रन बनाकर चेन्नई को जीत दिला चुके हैं।

RINKU SINGH का परिवार बहुत गरीब था।

रिंकू अलीगढ़ के निवासी हैं इनको कोलकाता ने IPL में 80 लाख रुपए में खरीदा था, परंतु रिंकू को लगता था की उन्हे लगभग 20 लाख रुपए में खरीदा जाएगा। लेकिन इतने रुपए से भी वो खुश थे, क्योंकि उनका परिवार गरीब था।

रिंकू आज IPL के आज सबसे चर्चित चेहरों में से एक हैं, लेकिन एक समय उनका बहुत बेकार था, जब रिंकू सिलेंडर डिलीवर करते थे। परेशानी उनकी इतनी बड़ी थी की वो झाड़ू पोछा की करने को मजबूर थे।

RINKU SINGH और उनकी माँ
RINKU SINGH और उनकी माँ
RINKU SINGH की पूरी कहानी 

KKR को दिए एक इंटरव्यू में रिंकू ने अपनी जिंदगी के बारे में बात की थी। रिंकू ने अपने जिंदगी के बारे में बताया की वो कुल मिलकर 5 भाई हैं उनके पापा सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे और कभी-कभी हम सभी 5 भाई उनके साथ में जाकर सिलेंडर डिलीवरी करते थे। अगर हम भाइयों में से कोई ना जाता तो वो डंडे से पीटते भी थे। हम सारे भाई बाइक पर 2-2 सिलेंडर रखकर होटलों और घरों में डिलीवर करने जाते थे। सभी ने पापा को भी सपोर्ट किया और जहां भी मैच होते तो सारे भाई एक साथ ही खेलने जाते थे।

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शुरुआत में क्लब क्रिकेट खेलने का पैसा नहीं था तो सरकारी स्टेडियम में कार्ड बनवाकर प्रैक्टिस करता था। अगर मैच खेलने के लिए पापा से पैसे की डिमांड करता तो पापा डाटते और कहते की पढ़ाई करो बेटा लेकिन मेरी मम्मी थोड़ा बहुत सपोर्ट करती थी वो पैसे भी दे देती भी उन्होने एक बार मुझे टूर्नामेंट में एंट्री लेने के लिए एक दुकान से 1 हजार रुपए उधार लेकर भी दिये थे।