जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें आज अमेरिकी सीनेट में Arunachal Pradesh और चीन के बीच मैकमोहन लाइन को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के रूप पर मान्यता दे दी गई है। सीनेट ने एक प्रस्ताव पारित करते हुए अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताया साथ ही चीन द्वारा एलएसी पर यथास्थिति बदलने के प्रयासों और सैन्य कार्रवाई की आलोचना की।
Arunachal Pradesh को भारत का अभिन्न अंग बताए हुए बोले सांसद बिल हागेर्टी
आज अमेरिकी सीनेट में बिल हागेर्टी ने मैकमोहन के मुद्दे को लिए प्रस्ताव को पेश किया है। इस दौरान अमेरिकी सांसद द्वारा अरुणाचल प्रदेश और चीन को बांटने वाली मैकमोहन लाइन को अंतरराष्ट्रीय सीमा की मान्यता दी गई है। साथ ही सांसद बिल हागेर्टी ने बयान दिया है की “Arunachal Pradesh भारत का अभिन्न अंग है।” इस बयान को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा “जब चीन लगातार खुले और आजाद हिंद प्रशांत महासागर के लिए चुनौती बना हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि अमेरिका अपने रणनीतिक साझेदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो, खासकर भारत के साथ।”
अमेरिकी सीनेट में चीन द्वारा एलएसी पर उकसावों की निंदा की
अमेरिकी सीनेट में पास इस प्रस्ताव के दौरान सांसदों ने चीन द्वारा Arunachal Pradesh से सटे स्थानीय शहरों का नाम मैंडरिन में रखने, विवादित क्षेत्रों में गांव बसाने और सैन्य बल का इस्तेमाल करने के लिए चीन की निंदा की को है।
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Arunachal Pradesh के यांगत्से में की थी घुसपैठ की नापाक कोशिश
अभी पिछले साल ही चीन द्वारा Arunachal Pradesh के इलाकों में घुसपैठ की नापाक कोशिश की गई थी। दरअसल 9 दिसंबर 2022 को 600 चीनी सैनिकों द्वारा अरुणाचल प्रदेश के 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए नापाक कोशिश की गई थी। इस दौरान भारत के वीर जवानों ने चीनी सैनिकों को लहूलुहान करके खदेड़ दिया था। हालांकि ये पहली बार नहीं था जब चीन द्वारा एलएसी पर घुसपैठ की कोशिश की गई थी।