जानें क्या है पूरी खबर
आपको बता दें 31 मार्च को हुए विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक की पांच सीटों के लिए चुनाव में भाजपा ने महागठबंधन को पीछे छोड़ दिया है। इस जीत के साथ ही भाजपा अब Bihar उच्च सदन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। दरअसल इस जीत के साथ ही Bihar उच्च सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या 25 ही गई है तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार की जदयू के पास अभी भी 23 ही सदस्य हैं।
Bihar महागठबंधन के 40 एमएलए के क्षेत्र से भाजपा ने मारी बाजी
हाल ही में हुए विधान परिषद के चुनाव में इस बार सबकी निगाहें गया स्नातक सीट पर टिकी हुईं थीं। ऐसे में लाजमी है की यहां के चुनाव परिणाम का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। दरअसल इस सीट में 8 जिले हैं जिसमे 43 एमएलए हैं और इन 43 में से 40 एमएलए Bihar महागठबंधन से हैं लेकिन फिर भी इस सीट से भाजपा ने बाजी मारी है। जी हां इस सीट पर भाजपा के अवधेश नारायण सिंह ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के छोटे बेटे डॉ पुनीत को 1,666 मतों से करारी शिकस्त दी है।
Bihar विधान परिषद
आपको तो पता ही होगा की Bihar विधान सभा परिषद में कुल 75 सदस्य हैं। ऐसे में भाजपा ने हाल ही में आए चुनाव परिणाम के बाद बिहार के उच्च सदन में सबसे बड़ी पार्टी का खिताब अपने नाम कर लिया है। वहीं अगर बात करें महागठबंधन की तो जदयू के 23, राजद के 14, कांग्रेस के 4, सीपीआई के 1, हम (से) के 1 सदस्य के साथ उच्च सदन में 43 सीटें अपने नाम की है। इसके उलट अगर बात करें एनडीए की तो भाजपा की 24 और रालोजपा की 1 सीट के साथ 25 सीटों को अपने नाम किया है।